कृषि बिल वापिस लेने की मांग कर लगाया स्टेट हाईवे पर जाम
कृषि बिल वापिस लेने की मांग कर लगाया स्टेट हाईवे पर जाम
कृषि बिल के विरोध में किसानों के आहवान पर भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन मंगलवार को सुबह से ही अलर्ट हो गया। भाकियू असली व भाकियू टिकैत के आह्वान पर बाजार कहीं खुला तो कहीं बंद कराया गया। करीब 12 बजे किसान स्टेट हाईवे पर तहसील गेट पर चक्का जाम कर बैठ गए। किसानों के आंदोलन में अधिक्ताओं, ने अपने काम काज बंद रखे और धरने पर जाकर समर्थन दिया। वहीं सपा, रालोद आदि दलों के कार्यकर्ता भी किसान आंदोलन में नजर आए। सुरक्षा व्यवस्था के मददेनजर बछरायूं थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष पाड़े पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को किसान कृषि बिल वापिस करने की मांग कर स्टेट हाईवे स्थित तहसील गेट के सामने सड़क जाम कर बैठ गए।
इससे पहले की वाहनों की लाइन लग पाती पुलिस ने सर्तकता दिखाते हुए ट्रैफिक डायर्वजन कर दिया। भाकियू के नेतृत्व में सड़क जाम होते ही तहसील से अधिवक्ता भी पहुच गए। और कृषि बिल का विरोध कर बिल को वापिस करने की मांग कर अपना समर्थन दिया। राजनिति पार्टियां के कार्यकर्ता भी किसान आंदोलन में कूद पड़े, सपाद्व बसपाद्व रालोद के दर्जनों लोग धरने पर पहुच गए। भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताया तथा किसानों के साथ आंदोलन में कंधे से कंध मिलाकर चलने की बात कही। अधिकारी जाम के हालातों पर पल पल की खबर लेते रहे है। साथ ही धनोरा एसडीएम के स्टेनो श्याम सिंह बाबू को ज्ञापन सौंपकर जाम खोला ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश सचिव कपिल चंद्रा ,धर्मेंद्र प्रधान, चौधरी डूंगर सिंह ,कपिल प्रधान ,मदन सेन यादव ,आलोक भारती, एडवोकेट तिलक सिंह चौहान, रईस मंसूरी ,कैलाश त्यागी, मास्टर कविंद्र सिंह, देशराज सिंह व चांद खां आदि मौजूद रहे।
बछरायूं में कृषि बिल का विरोध मिलाजुला असर दिखाई दिया। सुबह से ही दुकानें बाजार खुल गए। इस की भनक सपा कार्यकर्ताओं को लगते ही बाजार में पहुच गए। और बाजार बंद करा दिया।

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