आस्था ने गंगा में बहा दी कोरोना की गाइड लाइन
आस्था ने गंगा में बहा दी कोरोना की गाइड लाइन
गजरौला : तिगरीधाम में कोरोना का खौफ, सरकारी बंदिशें और निजाम के इंतजाम आस्था के आगे दम तोड़ते नजर आए। मां गंगा की आस्था श्रद्धालु पर इस कदर हावी रही कि उन्होंने कोरोना की गाइडलाइन भी गंगा में बहा दी।
मौका था कार्तिक पूर्णिमा से पूर्व तीन घंटे की मोहलत में दीपदान करने का। यूं तो रविवार की सुबह से ही प्रशासनिक अमले के साथ साथ खाकी के जवान भी दीपदान को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को समय के साथ दीपदान कराकर वापस करने की तैयारी में जुटे थे लेकिन, दोपहर बाद जैसे जैसे सूर्य अस्त की ओर हुआ तो कई दिन से सूने पड़े गंगा घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। घाट पर न तो शारीरिक दूरी की परवाह की गई और न ही मास्क का उपयोग। हर किसी के चेहरे पर मां गंगा के आंचल में गोता लगाकर पुण्य कमाने की आस्था झलक रही थी।
मानों श्रद्धालु आस्था के साथ साथ कोरोना से मुक्ति पाने के लिए भी गंगा में गोते लगा रहे थे। शायद यही कारण है कि उन्होंने कोरोना की गाइडलाइन को दरकिनार करते हुए उसे भी गंगा में बहा दिया। कोरोना के खौफ से बेखौफ होकर श्रद्धालुओं ने देर शाम तक दीपदान करते हुए आस्था की डुबकी लगाई। घाट पर पहरेदारी करते हुए नजर आए अफसरान
गजरौला :भले ही श्रद्धालुओं को कोरोना का खौफ नजर न आया हो लेकिन, अफसर श्रद्धालुओं को कोरोना का हवाला देते हुए पहरेदारी करते नजर आए। जैसे जैसे दीपदान का समय खत्म होता जा रहा था वैसे वैसे वे श्रद्धालुओं को शीघ्र दीपदान कर घर लौटने की बात कह रहे थे। गंगा घाट पर अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह, विवेक यादव, सीओ सतेन्द्र सिंह, प्रभारी निरीक्षक आरपी शर्मा मौजूद रहे।
घाट पर नजर नहीं आए सैनिटाइजर व मास्क
गजरौला: तिगरी में दीपदान को उमड़ी भीड़ ने कोरोना से बचने के लिए हथियार माने जाने वाले सैनिटाइजर व मास्क का भी प्रयोग नहीं किया। घाटों पर उमड़ी भीड़ में श्रद्धालु यूं ही घूमते हुए दिखाई दिए। दुकानों पर भी सैनिटाइजर व मास्क नदारद रहे

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