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राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित ना होने से शिक्षकों में मायूसी का माहौल

 राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित ना होने से शिक्षकों में मायूसी का माहौल

गत 2 माह से राज्य अध्यापक पुरस्कार की बाट जोह रहे हैं प्रदेश के शिक्षक





मंडी धनौरा,प्रतिवर्ष 5 सितंबर को राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले राज्य अध्यापक पुरस्कार इस बार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चलते आयोजित ने होने से वह उसके पश्चात 2 माह बीत जाने के बाद भी राज्य सरकार द्वारा इस बाबत कोई सुध न लेने से प्रदेश भर के राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षकों में मायूसी का माहौल है 

प्राप्त विवरण के अनुसार प्रतिवर्ष 5 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने के अवसर पर राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा शिक्षकों को राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है इस वर्ष 2 सितंबर को राज्य अध्यापक पुरस्कार की सूची उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी की गई थी जिसमें 5 सितंबर को राजधानी लखनऊ में गत वर्षो की भांति राज्य अध्यापक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाना था लेकिन उस से 1 दिन पूर्व ही पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के चलते प्रदेश में 1 सप्ताह का राष्ट्रीय शोक लगा हुआ था जिसके चलते समारोह आयुध नहीं हो सका लेकिन उसके पश्चात 2 महीने बीत जाने के बावजूद भी प्रदेश शासन द्वारा इस बाबत कोई निर्णय नहीं लिया गया है राजधानी लखनऊ में जहां महान वैज्ञानिक विश्वेश्वरैया के जन्मोत्सव के अवसर पर राज्य अभियंता पुरस्कार का भव्य आयोजन हुआ इस दृष्टि से राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों को आशा थी कि उन्हें 8 अक्टूबर को विश्व शिक्षा दिवस के अवसर पर राज्य अध्यापक पुरस्कार दिया जा सकता है लेकिन फिर भी उनके हाथों मायूसी ही लगी ऐसा नहीं है कि राजधानी लखनऊ में शासन कार्यक्रम आयोजित नहीं की जा किए जा रहे हैं कल फ्री राजभवन में कोरोना वीरों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा सम्मानित किया गया तथा गत दिनों मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश डेरी लाभार्थियों को चेक वितरण किए गए थे लेकिन शिक्षकों के मान सम्मान के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अब तक राज्य अध्यापक पुरस्कार के संबंध में कोई निर्णय लिया जाना प्रदेश के शिक्षकों के गले नहीं उतर रहा है इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश के अवार्ड टीचर्स एसोसिएशन ने बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी को पत्र लिखकर गत वर्षो की भांति राजधानी लखनऊ में भव्य ढंग से राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित करने की अपील की है बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा से जुड़े विभिन्न संगठनों ने भी प्रदेश शासन से राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित कर प्रदेश के शिक्षकों को सम्मान देने की बात कही है पूर्व कैबिनेट मंत्री व सदस्य विधान परिषद वीरेंद्र सिंह ने भी इस बाबत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के बेसिक एवं माध्यमिक  शिक्षक जिन्हें इस बार राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है उन्हें अपने कर कमलों से पुरस्कृत करने की अपील की है तथा उन्होंने मांग की है कि जिस तरह से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को धनराशि व रेलवे आदि की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं , इसी तरह प्रदेश के राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को भी सुविधाएं और सम्मान राशि प्रदान की जाए,उत्तर प्रदेश अवार्डि टीचर्स एसोसिएशन ने कल बरेली में भी केंद्रीय रोजगार एवं श्रम मंत्री संतोष गंगवार को ज्ञापन सौंपकर इन बातों को रखा है बहरहाल प्रदेश भर में अपने उत्कृष्ट सेवाओं वह उल्लेखनीय व्यक्तित्व के चलते राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों में गुरु परंपरा को सर्वाधिक महत्व देने वाली वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा इस तरह लगातार पुरस्कार वितरण समारोह को पीछे खींचना रास नहीं आ रहा है। जनपद के इस वर्ष राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षक यतींद्र कुमार ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि शीघ्र ही सरकार राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित करेगी।

प्राथमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट)के जिला अध्यक्ष यशपाल सिंह एवं प्राथमिक शिक्षक संघ  (पांडे गुट)के जिला अध्यक्ष सुशील नागर व पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विकास चौहान ने भी सरकार से मांग की है कि वह गत वर्षों की भांति राजधानी लखनऊ में राज्य अध्यापक पुरस्कार का भव्य आयोजन करें जिससे प्रदेशभर के शिक्षकों में अच्छा संदेश जाए।

गौरतलब है कि जनपद अमरोहा से विकासखंड धनौरा के रामपुर  तगा स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक एवं विभिन्न राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों से जनपद का गौरव बढ़ाने वाले नवाचारी व रचनात्मक शिक्षक के रूप में प्रसिद्ध डॉ यतींद्र कुमार कटारिया को भी इस वर्ष राज्य अध्यापक पुरस्कार सूची में सम्मिलित किया गया है, श्री कटारिया ने उम्मीद जताई है कि गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन राजधानी में किया जाएगा जिसकी शीघ्र थी आने की उम्मीद है।

राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह आयोजित ना होने से शिक्षकों में मायूसी का माहौल Reviewed by Hindustan News 18 on November 23, 2020 Rating: 5

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