डा. यतीन्द्र कटारिया का लाल बहादुर शास्त्री आईएएस अकादमी में संबोधन, बढ़ाया प्रदेश के शिक्षकों का मान
डा. यतीन्द्र कटारिया का लाल बहादुर शास्त्री आईएएस अकादमी में संबोधन, बढ़ाया प्रदेश के शिक्षकों का मान
मसूरी (देहरादून), लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी में आयोजित राष्ट्रीय महत्व की संगोष्ठी में जनपद के शैक्षिक, सामाजिक व रचनात्मक गतिविधियों में सदैव राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों का व जनपद अमरोहा का नाम रोशन करने वाले डॉ यतींद्र कुमार कटारिया विद्यालंकार ने एक बार फिर इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संगोष्ठी में अपने उद्बोधन से न सिर्फ जनपद के शिक्षकों का मान बढ़ाया बल्कि राष्ट्रभाषा हिंदी के प्रति अपने अहर्निश अनुराग का परिचय देते हुए राष्ट्रभाषा हिंदी के सरलीकरण और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के बढ़ते वर्चस्व पर विचार प्रस्तुत किए।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय मंच विश्व हिंदी सम्मेलन, अंतराष्ट्रीय लोक भाषा संगोष्ठी जैसे उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में प्रतिभाग कर व संबोधन कर अपने व्यक्तित्व एवं लेखन कला से जनपद अमरोहा का नाम रोशन करने वाले और उत्तर प्रदेश के शिक्षकों का मान वर्धन करने वाले डॉ यतींद्र कुमार कटारिया को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2019 के प्रतिष्ठित राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए भी चयनित किया गया है तथा वह अपनी योग्यता व उपलब्धियों को निरंतर आगे बढ़ाते हुए जहां अंतरराष्ट्रीय हिंदी वर्चुअल पखवाड़े के तहत गत दिनों अंतरराष्ट्रीय हिंदी संगोष्ठी के कार्यक्रम संचालक रहे, जिस महत्वपूर्ण आयोजन में दर्जनों देशों के हिंदी विद्वान व कई विश्वविद्यालयों के कुलपति व शिक्षा शास्त्री उपस्थित रहे, वही देश की प्रतिष्ठित संस्था मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के राष्ट्रीय कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति से उन्होंने एक बार फिर अपने जनपद और शिक्षकों का गौरव बढ़ाया है। यह भी उल्लेखनीय है कि गत 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर आईआईटी रुड़की में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में भी डॉ यतींद्र कुमार कटारिया की गरिमा में प्रतिभा गीता रही इसी आईआईटी रुड़की ने गत वर्ष उन्हें उत्कृष्ट लेखन के लिए राजभाषा पुरस्कार से भी अलंकृत किया है।

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